साल 2020 बच गए तो बच गए नहीं तो अभी बहुत कुछ होना बाकि है ,

Australia Bushfires 2 January 2. Prince Harry 3. Kobe Bryant Gianna Bryant January 26, 2020 4. China first coronavirus death January 11, 2020 5. Communal Riots Delhi February 23 2020 6. Who Covid-19 March 11 2020 7. Iranian khan April 29 2020 , Rishi Kapoor April 30 2020 8. Visakhapatnam Gas Leak May 7 2020 9. Pregnant Elephant Death in kerala. May 27 2020 10. Earthquake



1. Australia Bushfires

Photos: Animals Rescued From Australia's Bushfires - The Atlantic

ऑस्ट्रेलिया में ३ सबसे बड़ी इमरजेंसी घोषित :

9 मार्च 2020 तक, आग ने अनुमानित 18.6 मिलियन हेक्टेयर (46 मिलियन एकड़; 186,000 वर्ग किलोमीटर; 72,000 वर्ग मील) को जला दिया, 5,900 इमारतों (2,779 घरों सहित) को नष्ट कर दिया और कम से कम 34 लोगों की मौत हो गई। अनुमानित एक अरब जानवरों को मार दिया गया है और कुछ लुप्तप्राय प्रजातियों को विलुप्त होने के लिए प्रेरित किया जा सकता है। अपने चरम पर, हवा की गुणवत्ता खतरनाक स्तर तक गिर गई। बुशफ़ायर से निपटने की लागत 2009 ब्लैक सैटरडे फायर के ए $ 4.4 बिलियन से अधिक होने की उम्मीद है, और पर्यटन क्षेत्र का राजस्व ए $ 1 बिलियन से अधिक हो गया। 7 जनवरी 2020 तक, दक्षिण प्रशांत महासागर में चिली और अर्जेंटीना तक लगभग 11,000 किलोमीटर (6,800 मील) तक धुआं चला गया था। 2 जनवरी 2020 तक, नासा ने अनुमान लगाया कि CO2 का 306 मिलियन टन (337 मिलियन शॉर्ट टन) उत्सर्जित किया गया था


2. प्रिंस हैरी ने सभी तरह की चल रही खबरों को गलत बताया , जोकि काफी समय से राजघराने के बारे में चल रही थी

Prince Harry and Prince William issue a joint statement on their ...

पिछले साल ने दोहराया रिपोर्ट है कि भाइयों के बीच दरार पर संकेत दिया है। हैरी तब अटकलों की पुष्टि करने के लिए दिखाई दिया जब उसने अक्टूबर में एक आईटीवी वृत्तचित्र को बताया कि भाई "अलग-अलग रास्ते" पर थे। महारानी, ​​चार्ल्स, विलियम और हैरी, हैरी और मेघन के भविष्य का समाधान निकालने के लिए आमने-सामने बैठक कर रहे हैं। मेघन, जो कनाडा में है, को सम्मेलन कॉल के माध्यम से चर्चा में शामिल होने की उम्मीद थी। दंपति ने बुधवार को बमबारी बयान में घोषणा की कि अग्रिम पंक्ति के शाही कर्तव्यों से "कदम पीछे" करने के लिए, यूके और उत्तरी अमेरिका के बीच अपना समय विभाजित करें, "आर्थिक रूप से स्वतंत्र" बनने की दिशा में काम करें, और विंडसर में फ्रोगमोर कॉटेज को अपने आधिकारिक निवास के रूप में बनाए रखें। उक में। संकट के टूटने के बाद यह पहली बार है जब सीनियर रॉयल्स व्यक्तिगत रूप से मिले होंगे, क्योंकि महारानी नॉरफ़ॉक, स्कॉटलैंड के चार्ल्स, लंदन के केंसिंग्टन पैलेस में विलियम और विंडसर में हैरी रहे हैं।


3. Kobe Bryant Gianna Bryant January 26, 2020

No sign of engine failure in Kobe Bryant helicopter crash: NTSB ...Kobe Bryant the Family Man: His Relationship With His Daughters ...


N.B.A. Star Kobe Bryant Dies in California Helicopter Crash

The retired N.B.A. star, 41, and his daughter Gianna were among nine people in a helicopter that crashed near Calabasas, Calif. A college baseball coach and his wife and daughter were also killed.

N.B.A. कैलिफोर्निया के हेलीकॉप्टर क्रैश में स्टार कोबे ब्रायंट की मौत हो गई
सेवानिवृत्त एन.बी.ए. स्टार, 41, और उनकी बेटी गियाना एक हेलिकॉप्टर में नौ लोगों में शामिल थीं, जो कैलाबास, कैलिफ़ोर्निया के पास दुर्घटनाग्रस्त हो गईं। कॉलेज के बेसबॉल कोच और उनकी पत्नी और बेटी की भी मौत हो गई।

4. China first coronavirus death

Germany confirms first human transmission of Wuhan virus in Europe ...
On January 7, officials announced they had identified a new virus, according to the WHO. The novel virus was named 2019-nCoV and was identified as belonging to the coronavirus family, which includes SARS and the common cold.
On January 11, China announced its first death from the virus, a 61-year-old man who had purchased goods from the seafood market. Treatment did not improve his symptoms after he was admitted to hospital and he died of heart failure on the evening of January 9.

डब्ल्यूएचओ के अनुसार, 7 जनवरी को अधिकारियों ने घोषणा की कि उन्होंने एक नए वायरस की पहचान की है। उपन्यास वायरस को 2019-nCoV नाम दिया गया था और कोरोनोवायरस परिवार से संबंधित के रूप में पहचाना गया था, जिसमें SARS और सामान्य सर्दी शामिल हैं।

11 जनवरी को, चीन ने वायरस से अपनी पहली मृत्यु की घोषणा की, एक 61 वर्षीय व्यक्ति जिसने समुद्री भोजन बाजार से सामान खरीदा था। अस्पताल में भर्ती होने के बाद उपचार में उनके लक्षणों में सुधार नहीं हुआ और 9 जनवरी की शाम को हृदय गति रुकने से उनकी मृत्यु हो गई।

5. 23 feburary 2020

5, including cop, killed in clashes: How violence unfolded in ...
२०२० के दिल्ली के दंगे, या उत्तर पूर्वी दिल्ली के दंगे, २३ फरवरी से शुरू हुए और मुख्य रूप से हिंदू भीड़ द्वारा मुस्लिमों पर हमला करने के कारण, उत्तरी पूर्वी दिल्ली में रक्तपात, संपत्ति विनाश, और दंगों की कई लहरें थीं। मारे गए 53 लोगों में से, दो-तिहाई मुसलमान थे जिन्हें गोली मार दी गई थी, बार-बार मारपीट के साथ फिसल गए या आग लगा दी। मृतकों में एक पुलिसकर्मी, एक खुफिया अधिकारी और एक दर्जन से अधिक हिंदू भी शामिल हैं, जिन्हें गोली मार दी गई या हमला किया गया। हिंसा समाप्त होने के एक सप्ताह से अधिक समय के बाद, सैकड़ों घायल अपर्याप्त रूप से चिकित्सा सुविधाओं से वंचित थे और लाशें खुली नालियों में पाई जा रही थीं। मध्य मार्च तक कई मुस्लिम लापता हो गए थे।

6. WHO Director-General's opening remarks at the media briefing on COVID-19 - 11 March 2020

4th Coronavirus Death in Noida: 71-Year-Old Cancer Patient From ...
पिछले दो हफ्तों में, चीन के बाहर COVID-19 के मामलों की संख्या 13 गुना बढ़ गई है, और प्रभावित देशों की संख्या तीन गुना हो गई है।

114 देशों में अब 118,000 से अधिक मामले हैं, और 4,291 लोग अपनी जान गंवा चुके हैं।

अस्पतालों में हजारों लोग अपने जीवन के लिए लड़ रहे हैं।

आने वाले दिनों और हफ्तों में, हम मामलों की संख्या, मौतों की संख्या और प्रभावित देशों की संख्या को और अधिक देखने की उम्मीद करते हैं।


7. Bollywood Reels From Deaths of 2 Stars in 2 Days


Throwback: The only time Rishi Kapoor and Irrfan Khan worked ...

DEATH OF IRFAN KHAN 29 APRIL 2020
DEATH OF RISHI KAPOOR 30 APRIL 2020

8.Visakhapatnam Gas Leak May 7 2020



Visakhapatnam gas leak | Updates - The Hindu
आंध्र प्रदेश के विशाखापट्टनम में एलजी पॉलिमर उद्योग में रासायनिक गैस लीक हो गई। आरआर वेंकटपुरम गांव में गुरुवार की सुबह हुई इस घटना में 10 से ज्यादा लोगों की मौत हो गई जबकि 800 से ज्यादा अस्पताल में भर्ती हैं। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने हालात का जायजा लिया और केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने घटना पर चिंता व्यक्त की। 

9. Elephant Death in Kerala

गर्भवती हथिनी से हुई बर्बरता पर भड़के Ratan Tata, Virat Kohli,


#JusticeForVinayaki: Story behind the pregnant elephant's killing in ...

केरल में एक गर्भवती हथिनी से हुई बर्बरता ने पूरे देश को हिलाकर रख दिया है। उसके मुंह में पटाखों से भरा पाइनएपल फोड़ा गया और उसने तड़पकर दम तोड़ दिया। इस घटना ने हर आम व खास को बैचेन कर दिया है। जाने माने उद्योगपति Ratan Tata रतन टाटा ने लिखा कि मैं इस घटना के बारे में जानकर हैरान हूं। कुछ लोगों ने मिलकर कैसे एक निर्दोष मादा हाथी को पटाखों से भरा पाइनऐपल खिलाकर उसकी जान ले ली। बेकसूर जानवरों के खिलाफ इस तरह के अपराधों में और इंसानों की इरादतन हत्‍या में फिर तो कोई अंतर ही नहीं रह गया है। सोशल मीडिया पर इस दर्दनाक हादसे को लेकर बेहद गुस्‍सा है। बॉलीवुड, बिजनेस, राजनीति आदि क्षेत्रों की हस्तियों ने भी अपने रीएक्‍शन देते हुए शिकायत जाहिर की है। यूजर्स इस मामले के दोषियों पर सख्‍त कार्रवाई करने की मांग कर रहे हैं। देखें चुनिंदा कमेंट्स।
- Virat Kohli ने ट्वीट किया, 'केरल में जो कुछ भी हुआ वो जानकर दुखी हूं। आइए जानवरों से प्यार से पेश आए और इस तरह की कायराना हरकत को बंद करें।' विराट कोहली की पत्नी और बॉलीवुड एक्ट्रेस Anushka Sharma ने इंस्टाग्राम पर लिखा कि हमें पशु क्रूरता के खिलाफ सख्त कानून की जरूरत है। उन्होंने इमोशनल कार्टून शेयर करते हुए अपराधियों को कड़ी सजा देने की मांग की।

10.   14 JUNE SUSHANT SINGH RAJPUT SUICIDE :

Sushant Singh Rajput News: Post-mortem report confirms Sushant ...
बॉलीवुड के मशहूर अभिनेता सुशांत सिंह राजपूत (Sushant Singh Rajput) ने 14 जून को मुंबई में अपने घर पर आत्महत्या कर ली थी. सुशांत ने आत्महत्या क्यों की इसकी वजह का अभी खुलासा नहीं हो पाया है. खबरों की मानें तो सुशांत सिंह पिछले 6 महीने से डिप्रेशन में थे. वहीं, सुशांत के निधन के बाद से ही बॉलीवुड में वंशवाद को लेकर बहस एक बार फिर से छिड़ गई है. कुछ दिग्गज बॉलीवुड का पर्दाफाश करते नजर आ रहे हैं, जिसमें एक्ट्रेस कंगना रनौत, एक्टर साहिल खान और डायरेक्टर अभिनव कश्यप का नाम मुख्य रूप से शामिल है.

and its continue . EARTHQUAKE , FLOOD , Volcano, ज्वाला मुखी 

तुलसी के अलावा कौन से पौधे हैं जो हर घर में अवश्य होने चाहिए और क्यों ?


तुलसी के अलावा कौन से पौधे हैं जो हर घर में अवश्य होने चाहिए और क्यों ?

आजकल जैविक और हर्बल का बहुत चलन है। तो मेरे हिसाब से घर में वो पौधे अवश्य रखने चाहिए जो आपके बाग़वानी की इच्छा को पूर्ण करने के साथ साथ उपयोगी भी सिद्ध हो। कुछ पौधे पुरे साल चलते है तो कुछ पौधे मौसम विशेष में चलते है। तुलसी के अतिरिक्त आपको जो पौधे अपने घर में लगाने चाहिए वो निम्न प्रकार है।
1. लेमन ग्रास : ये एक बहु वर्षीय ग्रास है जो नियमित देखभाल करने पर ३ साल आराम से चलती है। दैनिक जीवन में आप लेमन टी में इसका उपयोग कर सकते है।

2. सिट्रोनेला : ये एक बहु वर्षीय ग्रास है जो नियमित देखभाल करने पर ३ साल आराम से चलती है। रूम फ्रेशनर के रूप में इसका उपयोग किया जा सकता है।
3. मिंट : पुदीना से आप परिचित है औषधीय उपयोग के अतिरिक्त आप चटनी या पेय बनाने में इसका उपयोग कर सकते है।

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4. स्टीविआ : ये आपके चीनी का विकल्प है घर में होना चाहिए पौधा देखने में भी अच्छा लगता है और चीनी के विकल्प के रूप में भी इसका उपयोग किया जा सकता है।
5. अपराजिता : ये खूबसूरत बेल हमेशा हरीभरी रहती है और खूबसूरत सफ़ेद या नील फूल देती है। इन फूलो का उपयोग आप ब्लू टी बनाने में कर सकते है।
6. करी पत्ता या मीठा नीम : मीठा नीम किचन की जरुरत है। आपके घर में लगा हुआ पौधा आपको हमेशा ताजा पत्तिया आपके भोजन के लिए देता रहेगा।
7. अजवाइन/डिल सीड : दोनों पौधे देखने में खूबसूरत लगते है और पत्तिया अनेक प्रकार के भोजन बनाने में उपयोग होती है। पौधा 6 माह तक चलता है सर्दियों में अवश्य लगाना चाहिए।
8. सौंफ : ताजा सौंफ और उसकी पत्तियां भी खुशबु के लिए भोजन में प्रयुक्त होती है और पौधे भी खूबसूरत दीखते है 8 - 9 महीने तक ये पौधा आपके गमले की शोभा बढ़ा सकता है।
9. चाइव्स : अदरक और लहसुन का फ्लेवर एक साथ प्राप्त करने के लिए इसे अवश्य लगाना चाहिए।
10. लेमन तुलसी : तुलसी का यह प्रकार आपको निम्बू और तुलसी दोनों का फ्लेवर देता है जरूर लगाना चाहिए।
11. एलोवेरा : इसके गुणों से आप पूर्व परिचित है घर में रहेगा तो आप ताजा जेल का उपयोग कर सकते है।
12. धनिया : सर्व सुलभ है आराम से आप इसे पुरे वर्ष थोड़ी सावधानी के साथ लगा सकते है और ताजे धनिये की बात ही कुछ और होती है ये आपको खाने के बाद पता चल ही जाएगा।
13. हल्दी : हल्दी का पौधा बहुत खूबसूरत तो दीखता ही है आपको खाने के लिए भी बेहतरीन हल्दी प्राप्त हो जाती है।
14. गुड़हल : लाल गुड़हल जिसका फूल बड़ा होता है खूबसूरत तो होता ही है। फूल भी उपयोगी होते है और पत्तियों को उबालकर आप शैम्पू की तरह इस्तेमाल कर सकते है।
15. गिलोय : एक खूबसूरत हरे पत्तो वाली बेल जिसके अनेकोनेक फायदे है जरूर लगाइये।
16. कैमोमाइल : खूबसूरत सफ़ेद फूलो वाला पौधा घर में जरूर लगाइये और फूलो से बानी ताजा कैमोमाइल चाय का आनंद लीजिये। सूखे फूल बाद में भी उपयोग किये जा सकते है अक्टूबर से अप्रेल तक आप इसे लगा सकते है।
17. अश्वगंधा : महत्वपूर्ण औषधीय पौधा है जिसे आप हमले में लगा सकते है जहाँ यह बहुवर्षीय रहेगा।
और भी बहुत है लेकिन फ़िलहाल के लिए इतना बहुत है।
Edit 1 : आज फिर समय मिला है तो कुछ और पौधे और हर्ब्स की जानकारी जोड़ रहा हूँ।
18. कैलेंडुला : अच्छे सुन्दर फूलो के साथ साथ कैलेंडुला बालो के लिए भी उपयोगी है।
19. पार्सले : देखने में खूबसूरत होने के साथ साथ भोजन में इसके उपयोग के बारे में अलग से लिखने की आवश्यकता नहीं है।
20. खस : देखने में बहुत खूबसूरत नहीं है लेकिन उपयोगी बहुत है एक गमले में लगाइये और हर साल गर्मियों में खस का असली शरबत बनाकर पीजिये। ज्यादा मेहनत भी नहीं करनी है लगाने में।
21.विलायती अजवाइन : ये पौधा सामान्यतया सजावटी पौधे के रूप में जाना जाता है। अजवाइन की खुशबु आने से इसे अजवाइन के नाम से ही जाना जाता है लेकिन यह अजवाइन नहीं है। इसकी पत्तियां मोटी गूदेदार होती है जिसके पकोड़े बहुत स्वादिष्ट होते है।
22. पीली सरसों : सरसों से आप परिचित है अक्टूबर में लगाइये 2 - 3 बार सरसो का सैग खाइये और उसके बाद दाने अचार बनाने में इस्तेमाल कीजिये। जब पिले फूलों की बहार आती है नजारा देखनेवाला होता है।
23. सुरन : सुरन या जमीकंद एक सब्जी है जो कंद है। पौधा भी सुन्दर होता है और सब्जी भी बन जाती है। चौड़े और बड़े गमले में लगाइये।
24. पान : पान के औषधीय उपयोग तो हे ही बेल भी खूबसूरत होती है और छायादार स्थान में भी लग जाता है। ट्राई करने में कोई बुराई नहीं है मिल जाए तो जरूर। शुभ तो हे ही।
25. अडूसा : खांसी की दवाओं में उपयोगी है। खांसी जुखाम में इसकी पट्टी का काढ़ा बनाकर पिया जा सकता है। एक आध पौधा लगा रहे तो कोई बुराई नहीं है। पत्तियां खूबसूरत दिखती है अपने गहरे हरे रंग में।
26. जिरेनियम : खूबसूरती के लिए जरूर लगाइये।
27. पीपली : भूख बढ़ाने में आयुर्वेद में हमेशा उपयोग होता आया है। मसलो में भी उपयोग की जाती है। लता देखने में बहुत खूबसूरत लगती है खास तौर पर तब जब उसमे फल लगे हो।
28. रोजमेरी : अगर आके यहाँ मौसम के अनुकूल है तो जरूर लगाइये और उपयोग अपनी किचन में कीजिये। ताजा रोजमेरी की बात ही कुछ और है।
29. दमश्क गुलाब : ठन्डे इलाके में है तो जरूर लगाइये। असली गुलाब की खुशबु के लिए। गुलाब का तेल किस्म से बनता है। शरबत बनाकर पिने पर रूह अफ्जा भूल जाएंगे। (ओनर्स प्राइड)
30. सतावर : घर में जरूर लगाइये बेल खूबसूरत होने के साथ साथ शक्तिवर्धक औषधि भी आपको घर में ही उपलब्ध करा देगी।
एडिट 2 : समय अभाव की वजह से पूरा उत्तर एक बार में नहीं लिख पा रहा हूं।
31. सब्जा : खुशबूदार सदाबहार पौधा देखने में तो अच्छा लगता है फूलों का उपयोग पूजा में कीजिए बीज फलूदे में डालिए।
32. चिया बीज : सुपर फूड के नाम से आप अच्छे से परिचित है। भारत में इसका आगमन ज्यादा पुराना नहीं है। बारिश में भी लगता है और सर्दी में भी बस पाला नहीं पड़ना चाहिए। नीले फूलो की जब मंजरी आती है बहुत खूबसूरत दिखता है।
33. गूगल : वहीं जिसका रेजिन आप हवन में इस्तेमाल करते है। कहते है गूगल का पौधा घर में होने से दुष्ट शक्तियां दूर रहती है। रखरखाव से रहित पौधा है। सबसे अच्छी बात इसकी बोनसाई बहुत बढ़िया बनती है। जो लोग बोनसाई रखना चाहते है इसे जरूर लगाएं।
उत्तर को ध्यान से पढ़ने के लिए आपका बहुत बहुत धन्यवाद्।
बीज कहां से उपलब्ध होंगे या पौधे कहां से ले की जानकारी आप कॉमेंट करके प्राप्त कर सकते है।
सभी चित्रों के अधिकार उनके मालिकों के पास सुरक्षित है।

फिल्मे इतना सारा पैसा कैसे कमा लेती हैं, जबकि पैसे तो सिनेमा वालो के पास जाते हैं? सिनेमा कैसे पैसा कमाते हैं ?

सिनेमा तो हम सभी देखते हैं लेकिन क्या आपने कभी यह सोचा है कि यह मूवीस पैसा कैसे कमाती है? . मूवीस तो थिएटर में दिखाई जाती है ना तो उससे मूवीस के प्रड्यूसर को कैसे प्रॉफिट मिलता है? या फिर क्या मूवीस सिर्फ टिकट सेलिंग से ही पैसा कमाती है? आज के इस में हम आपको इन्हीं सबके बारे में बताने जा रहे हैं कि इंडिया में जो फिल्म इंडस्ट्री है उसका बिजनेस मॉडल क्या है?
FIRST LOOK AT THESE MOVIES AND THEIR COLLECTION :

URI: THE SURGICAL STRIKE  The movie managed to earn Rs 241 crore in 28 days.

PADMAVAT :  The movie managed to earn Rs 302 crore in 11 days. 

SANJU : The movie managed to earn Rs 341 crore in just seven days. 

SIMMBA : It also managed to collect Rs 240 crore in 17 days.

SULTAN : The movie managed to earn Rs 300 crores in 7 days.

DANGAL : The movie managed to earn Rs 386 crore in 8 days. 

BAJRANGI BHAIJAAN : The movie managed to collect Rs 320 crore in 9 days.

PREM RATAN DHAN PAYO : Film, managed to earn Rs 208 crore in 14 days. 

PK : The movie managed to earn Rs 340 crore in just 9 days




फिल्म इंडस्ट्री की कमाई से पहले हम लोग यह समझते हैं कि एक मूवी को बनने में कितने तरह के खर्चों लगते हैं?
इसको चार पार्ट में डिवाइड किया गया है, मतलब कि जब एक मूवी बनती है तो वह इन चार स्टेज से होकर गुजरती है।
1. Development
2. Pre- Production
3. Production
4. Post- Production
1. Development
डेवलपमेंट स्टेज में आता है स्क्रिप्ट राइटिंग जो कि एक मूवी बनाने का सबसे स्टार्टिंग पॉइंट होता है। मतलब की मूवी का बेस होता है। मतलब की स्टोरी, डायलॉग्स, ये सारी चीजें जो है डेवलपमेंट स्टेज में की जाती है।
2. Pre-production
उसके बाद आता है प्री-प्रोडक्शन स्टेज इस स्टेज में पूरी प्लानिंग होती है कि मूवी की शूटिंग किस लोकेशन पर होगी, फिल्म में हीरो-हीरोइन और अदर एक्टर्स कौन-कौन होंगे और जो फिल्म बनाने वाली टीम मूवी के शूटिंग पर कहाँ कहाँ जाएगी उसकी पूरी प्लानिंग होती है।
3. Production
इसके बाद आता है प्रोडक्शन स्टेज, इस स्टेज में मूवीस की एक्चुअल में पूरी शूटिंग होती है, जो उसकी प्लैनिंग हुई थी। उसके मुताबिक फिल्म की पूरी शूटिंग की जाती है। हम सब मूवी के शूटिंग के स्टार्ट होने से उसके अंत होने तक जितनी भी चीजें हैं, वह आती है प्रोडक्शन स्टेज के अंदर। फिर आती है लास्ट स्टेज पोस्ट प्रोडक्शन
4. Post- Production
इसमें जो मूवी शूट हुई थी उसकी एडिटिंग, विजुअल इफेक्ट्स, साउंड डिजाइन, एंड म्यूजिक वगैरा का काम किया जाता है।
अब यहां पर मूवी बनने के 4 स्टेज कंप्लीट होने के बाद फिल्म कंप्लीट बनकर तैयार हो जाती है।
अब यहां तक फिल्म के बनाने में जितने भी खर्चे हुए हैं जैसे कि हीरो-हीरोइन की प्रोडक्शन, डिजाइनिंग, टेक्नीशियन, आर्टिस्ट और भी फिल्म से जुड़े जो खर्चे हैं, इत्यादि सभी खर्च प्रोडूसर अदा करता है।
अब हम सब जानते है की प्रोडूसर जो इस मूवी पर पैसा लगाता है। वह इससे कैसे प्रॉफिट कमाता है? दोस्तों यह सारा बिजनेस मॉडल सप्लाई चेन पर काम करता है यहां पर दो केस होते हैं।
1st Case
इसमें में कुछ प्रोडूसर खुद ही डिस्ट्रीब्यूटर होते हैं। जैसे Yes Raj films, Dharma productions,Erows Now Etc
2nd Case
इस केस में इंडिविजुअल प्रोडूसर होते हैं जो दूसरे डिस्ट्रीब्यूटर को मूवी बेच देते हैं और उसमें अपना प्रॉफिट कमा लेते हैं।
दोस्तों अब यहां 2nd Case की बात करें तो Producer के लिए पहले ही मूवी हिट होती है। क्योंकि Producer ने पहले ही फिल्म को प्रॉफिट पर डिस्ट्रीब्यूटर को बेच दिया है। तो मूवी अगर कल फ्लॉप भी हो जाती है तो उसका नुकसान डिस्ट्रीब्यूटर को उठाना पड़ता है।
डिस्ट्रीब्यूटर(Destributer)
चलिए अब बात करते हैं वितरक(Destributer) की। दोस्तों असली खेल यहीं से शुरू होता है। डिस्ट्रीब्यूटर इसके बाद फिल्म के मार्केटिंग, प्रमोशन और एडवरटाइजिंग पर अच्छा खासा पैसा खर्च करता है, क्योंकि आजकल मार्केटिंग प्रमोशन का मूवीस के हिट या फ्लॉप होने में एक बहुत बड़ी भूमिका होती है।
अब मार्केटिंग और प्रमोशन करने के बाद कुल मिलाकर फिल्म का जो खर्च होता है वह यहां पर आ जाती है।
अब फिल्म रिलीज होने के लिए तैयार है। अब यहां आपके मन में सवाल उठ रहा होगा की अब डिस्ट्रीब्यूटर इस फिल्म से पैसे कैसे कमाता है?

Movies & TV | Plex
सबसे पहले डिस्ट्रीब्यूटर जो सेटेलाइट राइट्स(Satellite Rights) और म्यूजिक राइट्स है, वह बेच(Sell) देता है। ‘सैटेलाइट राइट्स’ मतलब जब मूवी को टीवी(TV) पर दिखाया जाता है तो TV चैनल को उस मूवी के राइट्स को खरीदने के लिए Producers और डिस्ट्रीब्यूटर्स को अच्छा खासा पैसा देना पड़ता है। तो मूवी के रिलीज होने से पहले ही इस तरह के TV ,म्यूजिक ऑनलाइन राइट्स बेचने से डिस्ट्रीब्यूटर्स एक डिसेंट अमाउंट(बड़ी रकम) जमा कर लेता है।
इसके बाद आता है मेन काम मूवीस को थिएटर्स में रिलीज करवाना। इसके लिए डिस्ट्रीब्यूटर्स(Distributor) अपने नीचे के सब-डिस्ट्रीब्यूटर्स(sub-distributors) को मूवीस के राइट बेच देते हैं। जो कि देश के अलग-अलग भागों में मौजूद होते हैं। अब यह सब-डिस्ट्रीब्यूटर्स(sub-distributors) उनके एरिया में जो सिनेमा थिएटर्स है, उनके मालिकों को यह मूवी के प्रिंट(Print) बेच(sell) देते हैं। अब जो फिल्म रिलीज होती है, और जो उस फिल्म के टिकट बेच कर पैसा कमाया जाता है उसे कहते हैं कुल आमदनी(Gross Income).
तो उस ग्रॉस इनकम(Gross Income) में से सारे टैक्स अदा कर देने के बाद जो नेट इनकम बचती है उसे थिएटर्स के मालिक डिस्ट्रीब्यूटर के साथ शेयर(share) करते हैं। जो कि लगभग(Generally) ही इन अनुपात(ratio) में बटी होती है।
Single screen theators
25:75
मतलब अगर मूवी 100 करोड़ कमाती है तो थिएटर्स 25 करोड़ रखेगा और डिस्ट्रीब्यूटर्स को मिलेंगे 75 करोड़।
Multiplex theators
मल्टीप्लेक्स में यह रेश्यो थोड़ा ज्यादा होता है,और यह हर सप्ताह के मुताबिक होता है।
Week 1- 50:50
Week 2- 60:40
Week 3- 70:30
Same as week 3
दोस्तो सब एग्रीमेंट के मुताबिक होता है। तो इस तरह से जो मूवी टिकट से पैसा कमाया जाता है उसमें डिस्ट्रीब्यूटर्स का शेयर होता है जिससे डिस्ट्रीब्यूटर्स भी प्रॉफिट कमाते हैं।
अब मान लीजिए अगर मूवी की टिकट नहीं बिकती है तो मूवी थिएटर पैसा नहीं कमा पाते। जिससे डिस्ट्रीब्यूटर्स नुकसान(lose) में चले जाते हैं, और फिल्म फ्लॉप हो जाती है।
EXAMPLE: How Do Movies Make Money
इस चीज को अच्छे से समझने के लिए एक इंडियन मूवी का उदाहरण ले लेते हैं। उदाहरण के लिए हम Example ले लेते हैं ‘हिंदी मीडियम‘ (Hindi Medium) मूवी का। How Do Movies Make Money
तो हिंदी मीडियम मूवी का बजट हम मान लेते हैं 20 करोड़, मतलब की हिंदी मीडियम मूवी 20 करोड़ की कुल खर्च पर पूरी तरह से बनकर तैयार हुई। अब मान लीजिए प्रोड्यूसर ने डिस्ट्रीब्यूटर को इस मूवी के राइट बेच दिए 40 करोड़ में। तो दोस्तों यहां पर जो इस फिल्म के प्रोड्यूसर हैं वह प्रॉफिट में आ चुके हैं 40 – 20= 20 करोड़
अब डिस्ट्रीब्यूटर ने इस फिल्म की मार्केटिंग एंड प्रमोशन पर खर्च किए इसके ऊपर 10 करोड़। तो डिस्ट्रीब्यूटर के लिए फिल्म का पूरा खर्च हो जाएगा 50 करोड़। और अब डिस्ट्रीब्यूटर ने इस फिल्म के सैटेलाइट राइट्स को 15 करोड़ में बेच दिया। तो डिस्ट्रीब्यूटर के 15 करोड़ तो यहीं से वापस(Recover) हो गया। अब डिस्ट्रीब्यूटर ने इस फिल्म को इंडिया में जो अलग-अलग ‘सब-डिस्ट्रीब्यूटर’ हैं उनको बेच दिया। और इन ‘सब-डिस्ट्रीब्यूटर’ ने अपने एरिया के मूवी थिएटर के मालिकों को।
दोस्तों मैं यहां सिर्फ सिंगल स्क्रीन थिएटर(single screen theatres) का उदाहरण ले रहा हूं। ताकि आपको यह केलकुलेशन(calculation) अच्छे से समझ में आ सके।
तो मान लीजिए इस मूवी ने कुल ‘ग्रॉस इनकम'(कुल कमाई) की 100 करोड़ की टिकट सेलिंग से। दोस्तों अब इस ग्रॉस इनकम 100 करोड़ में जीएसटी(GST) जुड़ा रहता है जो कि मूवी थिएटर को गवर्नमेंट(सरकार) को पे(pay) करना रहता है, तो यहां पर कुल इनकम हो जाएगी।
100*100/28=22 करोड़
अगर आप यह सोच रहे हैं कि यह 22 करोड़ कैसे आए तो जब हम मूवी थियेटर से टिकट खरीदते हैं तो उसके अंदर जीएसटी(GST) पहले से ही जुड़ा रहता है तो इसका मतलब इस 100 करोड़ में जीएसटी जुड़ा हुआ है। तो हमें इस 100 करोड़ का 28 पर्सेंट नहीं करना है, जो इस टिकट की मूल्य थी उस पर 28 परसेंट करना होता है जो कि आता है 22 करोड़। अब टैक्स pay करने के बाद इस मूवी का कुल ग्रॉस इनकम(कुल कमाई) हो जाएगा
100 – 22= 78 करोड़
अब इसमें जैसे हमने ऊपर रेश्यो(अनुपात) बताया था कि सिंगल स्क्रीन का 25:75 ,
उस हिसाब से अब यह डिस्ट्रीब्यूटर को चला जाएगा। तो 75 करोड़ में अगर डिस्ट्रीब्यूटर का शेयर निकालेंगे तो यह होगा
78*75/100=58.5 करोड़
उसके बाद मूवी थिएटर के पास रहेगा
78 – 58.5= 19 करोड़
तो अब हम देखते हैं कि डिस्ट्रीब्यूटर को इस मूवी से कितना प्रॉफिट हुआ है। तो डिस्ट्रीब्यूटर ने इस फिल्म की राइट्स producer से खरीदे थे 40 करोड़ में। और फिर इस फिल्म के मार्केटिंग और प्रमोशन पर उसने खर्च किए थे 10 करोड़, तो डिस्ट्रीब्यूटर की इस फिल्म पर कुल लागत हो जाएगी 50 करोड़। और डिस्ट्रीब्यूटर की इस फिल्म से पूरी कमाई हुई है सैटेलाइट राइट्स 15 करोड़, और मूवी थियेटर से 58 करोड़,तो कुल मिलाकर डिस्ट्रीब्यूटर की इस फिल्म से इनकम हो गई 73.5 करोड़। तो यहां पर अगर डिस्ट्रीब्यूटर अपनी लागत 50 करोड़ निकाल लेता है तो इनकम बचती है
73.5 – 50=23.5 करोड़
दोस्तो क्योंकि इस फिल्म को अच्छा प्रॉफिट हुआ है तो इस फिल्म को हिट या सुपरहिट घोषित कर दिया जाता है।
तो ऐसे ही जो फिल्म इंडस्ट्री(Film industry) का बिजनेस मॉडल है वह काम करता है। जैसा की हमने पहले ही आपको बताया था की कई मामलों में producer खुद ही डिस्ट्रीब्यूटर होते हैं। और फिल्म में बड़े एक्टर्स(Actors) काम कर रहे होते हैं तब फिल्म के सक्सेस(हिट) होने के चांसेस बढ़ जाते हैं इसलिए प्रोडूसर खुद रिस्क लेने के लिए तैयार होते हैं। मतलब की फिल्म पर पूरा खर्च करने को तैयार हो जाते हैं।

एक चट्टान जो देती है अण्डे ? आज तक कोई नहीं बता पाया सच ?

यहां पर है ये अजीबो गरीब हैरान कर देने वाला पहाड़ हर ३० साल में देता है अण्डे , वैज्ञानिक भी नहीं बता पाए रहस्य ?

दोस्तों दुनिया रहस्यों से भरी पड़ी है , उनमे से कुछ के बारे में हम जानते है और कुछ के बारे में हम सब जानते है लेकिन ऐसा क्यों होता है कोई नहीं बता पाया ,
आज भी हम आपको एक ऐसी ही रहस्यमयी पहाड़ी के बारे में बताएंगे जो लोगो के आकर्षण का केंद्र बनी हुयी है , अंडा देने वाला चट्टान
दोस्तों आपने जानवरो के बारे में सुना होगा और देखा होगा की वो अण्डे देते है लेकिन क्या कभी सुना है या देखा की कोई पाहड भी अंडे दे सकता है , आज हम आपको एक ऐसे ही पाहड के बारे में बताएंगे जो अंडे देता है और इसे सभी ने देखा है , लोग इसके अंडे को हाथ में ले सकते है , जब ये अण्डे देता है लोगो ने इसे देखा है , लेकिन आज तक कोई भी इस रहस्य के बारे में कुछ बता नहीं पाया ,
अंडा देने वाला चट्टान
आपको बता दे की इस तरह की घटना का पता चीन में लगा है वैसे तो चीन इस तरह की घटनाओ के बारे में पुरे विश्व में प्रशिद्ध है , लेकिन चीन के दक्षिण पश्चिम के गिझोउ प्रांत में इस बार एक ऐसी पहाड़ी देखने को मिली है जो अण्डे दे रही है , और यह के लोगो का कहना है की ऐसा हर ३० साल बाद होता है ,  इस चट्टान की ऊंचाई करीब 20 मीटर और लंबाई 6 मीटर है। इस चट्टान को चीन में ‘चन दन या‘ के नाम से जाना जाता है। इस चट्टान का रंग काला है और यह हर 30 साल में अंडे के आकार के पत्थर गिराती है।

प्रतिकात्मक तस्वीर

बता दें अपनी इस बात को लेकर यह देश आज पूरे विश्व में चर्चा का केंद्र बना हुआ है। ये चिकने अंडे पहले तो एक कवच में होते हैं और चट्टान इनको सेती है लेकिन कुछ दिन बाद ये अंडे सतह पर गिर जाते हैं। इस चट्टान ने बड़े-बड़े वैज्ञानिकों का भी दिमाग हिलाकर रख दिया है.

इस चट्टान का नाम ‘चन दन या’ है। हिन्दी में इसका मतलब है अंडा देने वाला पत्थर, इन पत्थरों से निकले अंडों को स्थानीय लोग खुशी का प्रतीक मानते हैं। ये अंडे जब जमीन पर गिरते हैं तो गांव वाले इन्हें अपने घर ले जाते है। ये एक काली और ठंडी चट्टान है, जो कई क्षेत्रों में आमतौर पर मिल जाती है। लेकिन इसके अंडे देने की खबर, आज समस्त विश्व में एक चर्चा का केंद्र बनी है। साथ ही इन चट्टानो का बदलता रूप वैज्ञानिकों को भी परेशान कर रखा था।
अंडा देने वाला चट्टान

भू-वैज्ञानिकों की मानें तो ये चट्टान 500 मिलियन साल पहले की है। इस चट्टान को वैज्ञानिको ने कैंब्रियन समय का माना है। इन पत्थरों को गंडा पहाड़ के खास हिस्से से बनी थी। विशेषज्ञों के अनुसार मौसम और पर्यावरण में समय-समय पर बदलाव होने के कारण इन चट्टानों को भी कभी उच्च तापमान तो कभी बेहद ठंडा मौसम झेलना पड़ता है, जिस कारण इनकी संरचना और तत्वों में  बदलाव को देखा जा सकता है। यही वजह है कि इस पत्थर कई तरह की आकृति उभर आती हैं. हालांकि,अभी इस बात का खुलासा नहीं हो पाया है कि इस चट्टान पर ये एकदम अंडाकार और चिकनी आकृतियां कैसे बनती हैं।

अंडा देने वाली चट्टाने


अंडा देने वाली चट्टाने